लेपाक्षी, 16 जनवरी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आंध्र प्रदेश में सत्यसाई जिले के लेपाक्षी में स्थित ऐतिहासिक वीरभद्र मंदिर में मंगलवार को पूजा-अर्चना की. प्रधानमंत्री ने अयोध्या में भव्य राम जन्मभूमि मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा (प्रतिष्ठा) समारोह से ठीक छह दिन पहले मंदिर में विशेष पूजा की जिसका रामायण और हिंदू धर्म में बहुत महत्व है.
एक आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर प्रसारित वीडियो के अनुसार, मोदी ने भगवान राम की स्तुति में भजन गाए और तेलुगू में भगवान की स्तुति में गाए गए विशेष भजन सुने. प्रधानमंत्री ने हिंदू महाकाव्य रामायण पर आधारित एक कठपुतली शो भी देखा जिसमें राम, लक्ष्मण, सीता और रावण को दर्शाया गया. कई गाइड ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ मंदिर के संबंध में विशिष्ट जानकारी साझा की।
पौराणिक कथाओं के अनुसार, लेपाक्षी वह स्थान है जहां पौराणिक गिद्ध जटायु सीता का अपहरण करने वाले रावण द्वारा किये गये हमले में गंभीर रूप से घायल होने के बाद गिरे थे. अंतिम सांस लेने से पहले जटायु ने भगवान राम को बताया था कि सीता को वास्तव में रावण दक्षिण की ओर ले गया था. इसके बाद भगवान राम ने जटायु को मोक्ष प्रदान किया.
प्राचीन लेपाक्षी मंदिर परिसर अपनी पौराणिक भव्यता के लिए प्रसिद्ध है और इसमें भगवान शिव, विष्णु, पापनाथेश्वर, रघुनाथ, राम और अन्य देवताओं को समर्पित मंदिर भी हैं।
लेपाक्षी से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने महाराष्ट्र के नासिक में श्री काला राम मंदिर का दौरा किया था. कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री ने नासिक में गोदावरी नदी के तट पर पंचवटी का दौरा किया था. इस दौरान उन्होंने काला राम मंदिर में पूजा-अर्चना की और रामायण में वर्णित भगवान राम के अयोध्या आगमन (अयोध्या आगमन) के बारे में मराठी छंद सुने.
लेपाक्षी पहुंचने से पहले मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि वह अगले दो दिनों में आंध्र प्रदेश और केरल का दौरा करेंगे. मोदी ने कहा, ‘‘अगले दो दिनों के दौरान मैं आंध्र प्रदेश और केरल के लोगों के बीच रहूंगा. आज, 16 जनवरी को, मुझे लेपाक्षी में वीरभद्र मंदिर में प्रार्थना करने का अवसर मिला. मैं रंगनाथ रामायण के छंद भी सुनूंगा, जो तेलुगू में लिखा गया है.”