शिमला, 20 फरवरी । विधानसभा में बजट चर्चा के दौरान चुनाव से पहले सताधारी दल कांग्रेस की रोजगार की गारंटी पर सदन में मुख्यमंत्री सुक्खू और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के बीच नोकझोंक हुई। बजट चर्चा में हिस्सा लेते हुए भाजपा के त्रिलोक जंबाल ने कहा कि कांग्रेस ने पांच लाख सरकारी नौकरियां देने की गारंटी दी थी, लेकिन युवाओं को नौकरी नहीं मिल रही है। इस पर सदन के नेता व मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि भाजपा सदस्य रोजगार के मुददे पर सदन में गलत जानकारी दे रहे है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि कांग्रेस ने पांच लाख रोजगार के साधन उपलब्ध करवाने की गारंटी दी थी, न कि पांच लाख सरकारी नौकरियां देेने की। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में सरकारी क्षेत्र में कुल दो लाख नौकरियां ही हैं, ऐसे में पांच लाख सरकारी नौकरियां कैसे दी जा सकती है।
वहीं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश का नेतृत्व करने वाले ही सदन में झूठ बोल रहे हैं। उन्होंने अपने मोबाइल फोन में घोषणा पत्र का पन्ना दिखाते हुए दावा किया कि चुनाव से पहले सताधारी दल ने पहली कैबिनेट में एक लाख सरकारी नौकरी देने की बात कही थी। इसका कांग्रेस ने खूब प्रचार भी किया था। लेकिन अब मुख्यमंत्री इस बात को स्वीकार करने से बच रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने इस बात पर आपति जताई कि विपक्ष रोजगार की गारंटी को गलत तरीके से प्रचारित कर रही है। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष रोजगार की गारंटी की आड़ में सरकारी नौकरियों का उल्लेख कर सदन में फेक जानकारी दे रहे हैं। उन्होंने नेता प्रतिपक्ष से कहा कि वह कांग्रेस की गारंटी को लेकर कोई भी दस्तावेज अपने हस्ताक्षर कर सदन के पटल पर रखें और इसके फेक पाए जाने पर कार्रवाई भी होती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने अपनी 10 गारंटियों का ऐलान बाकायदा पत्रकार वार्ता कर किया था।