शिमला, 16 जून। चम्बा जिला के सलूणी उपमण्डल में हुए मनोहर लाल हत्याकांड को लेकर सियासत गरमा गई है। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने बीते रविवार को प्रदेश सरकार पर हमला बोलते हुए एनआईए जांच की मांग की थी। वहीं आज शुक्रवार को मृतक मनोहर लाल के परिवार से मिलने जा रहे नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर औऱ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राजीव बिन्दल को जिला पुलिस ने बीच रास्ते में ही रोक दिया। उन्हें पीड़ित परिवार से मिलना नहीं दिया गया। पुलिस द्वारा उन्हें चमेरा बांध पर रोक दिया गया है। पुलिस की इस कार्रवाई से गुस्साए जयराम ठाकुर और राजीव बिन्दल सहित भाजपा के अन्य नेता धरने पर बैठ गए।
दरअसल विशेष समुदाय के एक परिवार ने मनोहर को बड़ी बर्बरता से मौत के घाट उतारा था। हत्यारों ने उसके शव के कई टुकड़े किये। इससे हिन्दू संगठन उग्र हो गए हैं। गुस्साई भीड़ ने बीते वीरवार को आरोपियों के दो मकान को आग के हवाले कर दिया था। इस हत्याकांड को लेकर जिला मुख्यालय पर आज विभिन्न संगठन धरना प्रदर्शन कर अपना आक्रोश जाहिर कर रहे हैं। मनोहर अपने परिवार का इकलौता पुत्र था। लोग पीड़ित परिवार के लिए न्याय हैं और आरोपियों को फांसी पर लटकाने की मांग कर रहे हैं।
मृतक मनोहर की मां ने मीडिया से अनौपचारिक में कहा है कि उनके बेटे के हत्यारों को मृत्यु दंड से कम की सजा नहीं मिलनी चाहिए। जिला प्रशासन ने हालात को बिगड़ते देख पिछले कल से इलाके में धारा 144 लगाई है।
गौरतलब है कि सलूणी उपमंडल के आती भांदल पंचायत निवासी मनोहर लाल बीते 6 जून से लापता था। 9 जून को उसकी लाश नाले में पड़ी एक बोरी से बरामद हुई। शव के 7-8 टुकड़े किये गए थे। पुलिस ने हत्याकांड में संलिप्त परिवार के पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। यह सभी लोग एक धर्म विशेष के हैं। इस युवक को जघन्य तरीके से मौत के घाट उतारा गया था।